पुरस्कार / इंटेलिजेंस अफसर रहे इथियोपियाई पीएम को शांति का नोबेल, इरीट्रिया से 20 साल चला विवाद खत्म कराया था
2019 का शांति का नोबेल इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबिय अहमद अली (43) को दिया गया। अबिय अहमद अली ने पड़ोसी देश इरीट्रिया के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए कदम उठाए। नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने इन कोशिशों के लिए अबीय को नोबेल पुरस्कार दिया।
नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने अबिय अहमद को शांति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए किए गए प्रयासों के लिए नोबेल से सम्मानित किया। अबिय को मिले इस सम्मान के जरिए इथियोपिया और पूर्व व उत्तर-पूर्व अफ्रीकी क्षेत्र में शांति के लिए प्रयास कर रहे सभी लोगों को भी पहचान मिली है।
आर्मी में इंटेलिजेंस अफसर थे अबिय
अली आर्मी में इंटेलिजेंस अफसर थे। उन्होंने देश में बड़े पैमाने पर आर्थिक और राजनीतिक सुधार लागू किए। उन्होंने इथियोपिया के अपने पड़ोसी देश इरीट्रिया से 20 साल चले विवाद को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई। उन्हें नोबेल दिए जाने के लिए यही सबसे बड़ा आधार बना। अबिय 2018 में प्रधानमंत्री बने थे, तब उन्होंने साफ कर दिया था कि वे इरीट्रिया के साथ शांति वार्ता को दोबारा शुरू करेंगे। इरीट्रिया के राष्ट्रपति इसाइआस अफवेरकी के साथ अबिय ने शांति समझौते के लिए तेजी से काम किया और दोनों देशों के बीच लंबे अर्से से चले आ रहे विवाद को खत्म किया।
शांति के नोबेल पुरस्कार से जुड़े तथ्य
- 1901 से 2018 तक कुल 99 शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया। यह 133 लोगों/संस्था को यह प्रदान किया गया। 19 अवसरों पर इसकी घोषणा नहीं की गई।
- शांति के नोबेल पुरस्कार से कुल 17 महिलाएं सम्मानित की गईं। 89 पुरुषों को यह पुरस्कार दिया गया है। जबकि 27 संगठनों को शांति का नोबेल दिया गया।
- पाकिस्तान की मलाला युसुफजई (17) सबसे कम उम्र की विजेता हैं। उन्हें 2014 में यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
- सबसे उम्रदराज विजेता ब्रिटेन के जोसेफ रोटब्लाट (87) हैं। उन्हें 1995 में यह पुरस्कार दिया गया।
- शांति का नोबेल अब तक दो भारतीयों मदर टेरेसा को 1979 में और कैलाश सत्यार्थी को 2014 में दिया गया था।
- वर्ष 2018 के लिए यह पुरस्कार कांगो के डेनिस मुकाबे और इराक की नादिया मुराद को संयुक्त रुप से दिया गया।
शांति का नोबेल नॉर्वे की संसद द्वारा चुनी समिति देती है
रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज भौतिकी, रसायन और अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है। कैरोलिन इंस्टीट्यूट, स्टॉकहोम, स्वीडन में नोबेल असेंबली मेडिसिन के क्षेत्र में विजेताओं के नाम की घोषणा करती है। साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार स्वीडिश अकादमी स्टॉकहोम, स्वीडन द्वारा दिया जाता है और शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा नॉर्वे की संसद द्वारा चुनी गई पांच सदस्यीय समिति करती है।
51 महिलाएं नोबेल से सम्मानित हो चुकी हैं
1901 से लेकर 2018 तक 51 महिलाएं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी हैं। मैडम मैरी क्यूरी को दो बार नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें 1903 में भौतिकी और 1911 में केमिस्ट्री के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला था। इस हिसाब से अब तक 51 महिलाओं को नोबेल पुरस्कार मिला है।
क्यों दिया जाता है नोबेल पुरस्कार?
अल्फ्रेड नोबेल का जन्म स्वीडन में 21 अक्टूबर 1833 को हुआ था। अल्फ्रेड रसायनशात्री और इंजीनियर थे। 10 दिसंबर 1896 को इटली के सौन रेमो में अल्फ्रेड नोबेल का निधन हुआ। युद्ध में भारी तबाही मचाने वाले अपने अविष्कारों को लेकर अल्फ्रेड नोबेल भारी पश्चाताप था इसलिए उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति का इस्तेमाल मानव हित के लिए किए गए आविष्कारों में करने का फैसला लिया और नोबेल फाउंडेशन की स्थापना की। उन्होंने अपनी वसीयत में हर साल भौतिकी, रसायन, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को पुरस्कार देने की घोषणा की।
नोबेल पुरस्कार में क्या मिलता है?
नोबेल पुरस्कार के हर विजेता को करीब साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि दी जाती है। इसके साथ 23 कैरेट सोने से बना 200 ग्राम का पदक और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। पदक के एक ओर नोबेल पुरस्कार के जनक अल्फ्रेड नोबेल की छवि, उनके जन्म तथा मृत्यु की तारीख लिखी होती है। पदक की दूसरी तरफ यूनानी देवी आइसिस का चित्र, रॉयल एकेडमी ऑफ साइंस स्टॉकहोम तथा पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति की जानकारी होती है।